Prem _222:
#मंदबुद्धि मे किसको कहूं, वो जो मेरा साथ नई दे पाया,
या #मंदबुद्धि मे उसको कहूं जो मेरे साथ ना रह पाया,
ग़लत वो नहीं हम थे जो रास्ता भटके थे मंजिल का,
किसी स्वप्न परी की शौच मे अपनी सही परी गवा गया,
रोज रोज आके मेरे सपने मे वो स्वर्ग हमे दिखाती है,
कभी प्यारा सा चुंबन देती समय व्यर्थ हमे सहला गया,
उनका तो पता नई की सही जी रही हो या नहीं,
मगर हमे तो याकि हो गया हमरा जिनका तरीका बदल गया....
#मंदबुद्धि #बेवकूफ