#### आगे ####
चलते-चलते अकेले आगे बढ़ जाऊं मैं,
खुद का रास्ता खुद ही बना पाऊं मैं.
जिंदगी की राह पर अकेले चलना सीख जाऊं मैं,
भुलकर भुतकाल भविष्य अपना बनाऊ मैं.
भुलकर सारे दुःख दर्द खुशी या खोज लाऊं मैं,
अब आगे ही बढ़ जाऊं कि बोझ बन के ना रहे जाऊं मैं.
मिले गे राह मैं पत्थर बन के सरिता अपनी राह की और चली जाऊं मैं,
आगे आगे चलकर अकेला ही खुद कि जिम्मेदारी खुद ही उठाउ मैं.
जो था नहीं मेरा उसके लिए अब रूक ना पाऊं मैं,
अपने लिए ही थोड़ा जिना सीख जाऊं मैं
आगे ही आगे अब बढ़ती चलती जाऊं मै,
अब अपने लिए ही एक नई राह बनाऊ मैं.
✍️ Aradhya ba