चले जाएंगे एक दिन हम भी सब छोड़ छाड़कर,
देख लेना याद आएंगे तब तुम्हे हम रातभर !!!
अधूर रह जाएंगे सपने सारे, अकेलेपन के थे हम ही सहारे,
भरी महेफिल में आज हो तुम खड़े, हम तो रुके है बस तेरे द्वारे,
टूट जाएगा वो आशियाना, जो सजा था प्यार के मोती बुनकर !
चले जाएंगे एक दिन हम भी सब छोड़ छाड़कर,
देख लेना याद आएंगे तब तुम्हे हम रातभर !!!
पर मायूस ना होना, हम चले आएंगे किसी भी रूप में,
बन के कभी छांव, तो दिखाई देंगे तुम्हे भरी धूप में,
वादा जो किया था हमने !! साथ रहने का तुमसे उम्रभर !
चले जाएंगे एक दिन हम भी सब छोड़ छाड़कर,
देख लेना याद आएंगे तब तुम्हे हम रातभर !!!
कभी याद आए हमारी तो आवाज दे देना हमे,
चले आएंगे साया बनके, मिलेंगे फिर सपनो में तुम्हे,
सहलायेंगे तुम्हे वही प्यार से, अपनी बाहों में भरकर,
चले जाएंगे एक दिन हम भी सब छोड़ छाड़कर,
देख लेना याद आएंगे तब तुम्हे हम रातभर !!!
बारिश की बूंदों में कभी हमें महसूस कर लेना,
न दिखाई देंगे तुम्हारे आंसू, भीगते हुए थोड़ा रो लेना,
बूंदों के संग हम भी रो लेंगे तुम्हे लिपटकर,
चले जाएंगे एक दिन हम भी सब छोड़ छाड़कर,
देख लेना याद आएंगे तब तुम्हे हम रातभर !!!
- नीरव पटेल "श्याम"