#Balance wen be given Preference

By all means & act den no need of

Any reference in any circumstance..!!


My Soulful Poem ...!!!

क़हत रब बंदे से गर मिलना रब से है
तो नादान मन की ही गहराई छानिए
🌹🌹🌹

नायाब-औ-लाजवाब मोती कभी
समंदरों के किनारों पर न कभी मिले हैं
🌹🌹🌹

सोचो तो अल्फ़ाज़ ही बात करते हैं
एहसास तो ज़ख़्म के गहरेपन छूते है
🌹🌹🌹

फ़िज़ामें उड़ते बाज़ भी नज़र रखते है
गिज़ा फ़लक से ज़मीँ पे ढूँढ लेते हैं..
🌹🌹🌹

कुवँत तो इन्सानी बशर भी रखते हैं
मकाँसे ला-मकाँ ख़यालसे तय करते है
🌹🌹🌹

समझ की परवाज़ भी अजीब है आए
तो पलमें ना आए तो जीदगीं भी कम है
🌹🌹🌹

प्रभुजी भी सच में महान रचयिता है
राईके दाने-सी कीकीमें जहाँ समाएँ है
🌹🌹🌹

यारों चाल उलटीं ढाई अक्षर प्रेम की
डूबा सो पार, किनारे तो ख़ाक छाने हैं
🌹🌹🌹

दिसे ना ही तन की ऑंख से प्रभु पर
मन की ऑंख से तो साक्षात्कार करें है
🌹🌹🌹

गिज़ा=ख़ुराक, कुवँत=हुनर
मकाँ से ला-मकाँ=हद से बेहद


✍️🌹🌲🙏👀👀🙏🌲🌹✍️

Hindi Motivational by Rooh   The Spiritual Power : 111500394

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now