🙏माफ करना आयशा
हर शब्द आज जोरों से चीखना चाहता है।
हर अहसास जेहन में
आँसू बहाना चाहता है।
कितने दर्द छिपे थे उस "आयशा"
की आखिरी मुस्कान में।
कितनी हताशा दबा रखी थी उस
"आयशा"
ने अपनी जान में।
जो दुनिया से जाने का गम नहीं था उसे।
अपनों के दिए जख्मो ने बेबस कर दिया था उसे।
??कोई तो बताए आखिर उसकी जिन्दगी का कातिल कहें हम किसे????
-Khushboo bhardwaj "ranu"