हमेंशा सिम्पल रेहने वाली आँखों मे काजल लगा रही है...
क्या वो मेरे अलावा भी किसी और से नज़रे मिला रही है!!
आज उसे इसबात का मुजपे थोड़ा शक है
और क्यों ना हो उसको मुजपे पूरा पूरा हक है..
बस वो जानते नही इस काजल भरी आँखों को अब कोई और पसंद नही आता है...
चेहरे लाख देखले ये मगर हर चेहरे में उसे तेरा ही चेहरा नज़र आता है...
-Heer Jani