*मेरी आंखो को समुन्दर समझकर,*

*लोगों ने अपनी अपनी कश्तियां चलाई...!*

Hindi Shayri by Sangita Behal : 111731937
Abbas khan 3 years ago

वाह 👌👌 दिल तक पहुँचने का रास्ता,  वफ़ा के समंदर से होकर गुजरता है। हर लहर पे नाव बदलने वाले,  मंजिल तक नही पहुँचा करते।

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