अरसे गुजर गये कईं,
ज़ुर्रतें भी ढह गयीं।
न हि आस ही जगी कभी..
न फिर से हौंसला हुआ।
दिल का मामला था,
दिल में ही दबा रहा।।
#अहसास_जो_रह_गए_अधूरे
#दर्द_छलक_जाता_है
#योरकोट_हिंदी
#योरकोटबाबा
रास्ता नहीं खुला,
फ़ैसला नहीं हुआ...
#फ़ैसला #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

Hindi Shayri by सनातनी_जितेंद्र मन : 111770205

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