शायद! गुनाह ही किया,
सामने अहसास सभी,जो रख दिया खोलकर।
भोलामन समझ ना पाया,....
इस जमाने की भाषा,जो कहते हैं तौलकर।।
#गुनाह_किया
#तौलते_नही
#भोला_सा_दिल
#जमाना_खराब_है
#अहसासदिलके
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Sorry by सनातनी_जितेंद्र मन : 111785821

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