कुछ बातें दिल में ही रही हमेशा,
उन बातों को सुनना किसी का हक था,

तुम्हे नाराज़ होने का हक है मुझसे,
मैंने तुमसे तुम्हारा हक छीना है
- हिमांशु

Hindi Shayri by Himanshu : 111785857

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