इस जिंदगी के सफर में
कठिनाईया बहुत हैं,
अपनोको अपनो पर यहाँ
भरोसा बहोत कम हैं
शिकायतो का दौर देखती हूं तो थम सी जाती हूँ,
लगता है कम उम्र मे
इम्तिहान बहुत हैं..!

-Daxa Bhati

Hindi Shayri by Daxa Bhati : 111814889

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