माँ तेरे चरणों में हम शीश झुकाते हैं

माँ तेरे चरणों में हम शीश झुकाते हैं ।
श्रद्धा पूरित होकर , दो अश्रु चढ़ाते हैं ।।

झंकार करो ऐसी, सद्भाव उभर आये।
हुँकार भरो ऐसी, दुर्भाव उखड़ जाये ।।
सन्मार्ग न छोड़ेंगे, हम शपथ उठाते हैं।
माँ तेरे चरणों में , हम शीश झुकाते हैं।।

यदि स्वार्थ हेतु मांगें, दुत्कार भले देना।
जनहित हम याचक हैं, सुविचार हमें देना।
सब राह चलें तेरी, तेरे जो कहाते हैं।
माँ तेरे चरणों में, हम शीश झुकाते हैं।।

वह हास हमें दो माँ, सारा जग मुस्काये।
जीवन भर ज्योति जले, स्नेह न चुक पाये अभिमान न हो उसका जो कुछ कर पाते हैं
माँ तेरे चरणों में, हम शीश झुकाते हैं।

विश्वास करो माता हम पूत तुम्हारे हैं
बलिदान क्षेत्र के माँ हम दूत तुम्हारे हैं
कुछ त्याग नहीं अपना बस कर्ज चुकाते हैं
माँ तेरे चरणों में हम शीश झुकाते हैं।

भारत माता की जय 🙏

Hindi Poem by Jatin Tyagi : 111815372
Jatin Tyagi 2 years ago

खौला खून नहीं तो, तुम समझ लो उसको पानी है। देशभक्ति के रंग में जो रंगा नहीं तो फिर वो कैसी जवानी है।। जय हिंद 🙏

SHUBHAM SONI 2 years ago

भारत माता की जय

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now