रोता आकाश है, बारीश समझ लेते हैं लोग।
रोता मन है तो, गुजारिश समझ लेते हैं लोग।
तरीका ना कुछ और था पीड़ा मिटाने को..
मगर! यहां तो......
गैर के दर्द को, खारिश! समझ लेते हैं लोग।
#दर्पणकासच
#दर्द_छलक_जाता_है
#शिकायतनकरेंगे
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Sorry by सनातनी_जितेंद्र मन : 111818017

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