फुटपाथ जिनका आशियां है!!

ईश्वर की श्रृष्टि वही जाने , कैसा पालनहारा है ।
लम्हा लम्हा तरस रहा कोई, कोई मौज में खोया है ।।

"अमृतधारा अखबार में प्रकाशित आज की रचना "

Hindi Poem by गायत्री शर्मा गुँजन : 111834083

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now