करता है जब कोई अपना ही वार,
टूट जाते है तब दिल के तार-तार ।

बहने लगती है आँसुओं की धार ,
रिश्तोंमें आने लगती है कई दरार।

भावनाओं को ठेस लगती कई बार,
अपनेपन की नीलामी होती है यार!

Hindi Shayri by Parul : 111851212

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