महिलाओं में चार चांद लगाती है,
मांग में सिंदूर और माथे पर बिंदी।
भाषाएं अनेकों बोली जाती भारत में,
कन्नड़, मलयालम,तमिल और सिंधी।।
सर्वमान्य सिर्फ एक भाषा मानी गई,
जिसका नाम है देवनागरी हिंदी।
अपनी मातृभाषा पर गौरांवित हो,
नहीं करें अपनी मातृभाषा की चिंदी।।
देश विदेशों में हिंदी भाषा का,
मान सम्मान हम सबको बढ़ाना है।
गौरांवित कर अपनी भाषा को,
एक अलग सी पहचान दिलाना है।।
विश्व हिंदी दिवस की सभी को शुभकामनाएं🙏🏼
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री