समंदर खुद नहीं कहता कि मैं कितना गहरा हूं?
मैं सिर्फ उतना ही गहरा हूँ
जितना तुम्हारे आँखों में है पानी
समंदर खुद नहीं कहता कि मैं कितना गहरा हूं??
दर किनार खड़े होकर नाप लो मुझको
गर नाप सको तुम।

Hindi Shayri by Aaysha Ansari : 111865176

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