क्या कहता है कवि ......

छुपी हुई किताब mai, क्या kahani लिखी थी mene
ya अपनी कहानी likh कर छुपा दी थी maine
क्या हुआ था क्या नहीं ,
मुझे कुछ याद नहीं ,,
सोचा उस किताब को खोल कर याद कर लूं mai
पर सायद मुझे याद आ गया कि
मैंने तो bo किताब लिखी नहीं ....

Hindi Poem by Shilpi : 111866067

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