प्रिय बच्चों
चोरी करना एक गंभीर अपराध है। चाहे वह पेन हो या पिन । यदि एक बार चोरी की आदत पड़ जाए, उससे छुटकारा मिलना कठिन हो जाता है।
बहुत पुरानी कहानी है की एक बालक बहुत छोटी सी उम्र से चोरी करता रहा। वह कभी किसी की पेंसिल ले आता तो कभी किसी की पुस्तक। परंतु खेद की बात यह है उसकी मां उससे कुछ नहीं कहती । बड़े होकर उसने बड़ी चोरी करना शुरू कर दिया। एक बार वह पकड़ा गया और उसे मृत्युदंड प्राप्त हुआ।
अंतिम समय में पुलिस ऑफिसर ने उससे पूछा की आप की अंतिम इच्छा क्या है। बच्चे ने कहा (अब वह बच्चा नहीं था अब वह एक आदमी बन गया था) की उसे मां से मिला दो । जैसे ही मां आई तो उसने मां का कान काट लिया और कहने लगा की यदि आप मुझे पहले ही समझा देती की चोरी करना अपराध है तो आज मुझे मृत्युदंड नहीं मिलता।
इसलिए बच्चों कभी भी किसी की वस्तु या सामग्री उसकी अनुमति के बिना नहीं लेनी चाहिए
धनबाद
lmsharma