* अब मायुस होकर जा रहे हैं ,,
                       जिस रिश्ते से दिल से जुड़े हम..
          * इस तर्हा से बीखरे हे रिश्ते ,, 
                         की केसे समेट पाते हम ?     
          * जाते गर बता कर आपको ,, 
                          तो शायद ना जाने देते ..
          *   या खुद ही ना पाते ऐसे ,, 
                       आपकी जिंदगी से हम .. 
          * इसी लीऐ खामोश हो कर ,, 
                        जा रहे है हमेशा के लीऐ हम .. 
          * की कही फीर से रुक ना जाऐ ,, 
                         आपकी  गुझारीश से हम... 
          * अब ढूढना नही कीसी गली में ,, 
                      सुकु से सोऐ होंगे कही कब्र में हम ... 
                                                अमी...
#Depression