✤┈𝕊𝕦ℕ𝕠 ┤_★_🦋
आँसू नहीं अब तो, फरेब के मीत हैं
सच को झुठलाने चले ये कैसे रीत हैं,
आँखों में नमी कम, ज़ुबाँ का शोर है
दिखावे पे इनके, दुनिया का ज़ोर है,
शिकायतें झूठी, ये गरम आँसू लाते हैं
पल भर में रोकर अगले पल मुस्कुराते हैं,
कमाल है हुनर इनका, नकाब नहीं हटता
खेलते हैं सबसे ये कोई समझ नहीं पाता🔥
╭─❀🥺⊰╯
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#LoVeAaShiQ_SinGh °
⎪⎨➛•ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी°☜⎬⎪
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