✨ "अब मैं चुप नहीं रहूँगी" ✨
(आधुनिक नारी की आवाज़)
अब मैं चुप नहीं रहूँगी,
हर अन्याय से टकराऊँगी।
जिसने सपनों को छीना है,
अब उससे हिसाब माँगूंगी।
मैं वो नहीं जो सहती रही,
अब खुद के लिए जीना सीखा है।
भीड़ में खामोश रहने वाली,
अब सबके सामने चीखा है।
ना सिन्दूर में कैद हूँ, ना आँचल में लिपटी हूँ,
मैं सोच हूँ, आग हूँ, अब हर बंधन से निकली हूँ।
जिसने मेरी चुप्पी को मेरी कमजोरी समझा,
अब उसी को मेरी गूंज सुनाई देगी — सच्ची और सख़्त।
मैं सवाल बन चुकी हूँ, जवाबों की मोहताज नहीं,
अब मैं चुप नहीं रहूँगी — क्योंकि मैं सिर्फ़ औरत नहीं,
मैं परिवर्तन की शुरुआत हूँ।
---
📌 शीर्षक: अब मैं चुप नहीं रहूँगी
🎯 टैग्स: #नारीशक्ति #हिंदीकविता #साहस #आत्मसम्मान #Matrubharti