राहुल गांधी एक इंकलाब है।।
जिन्हें कुर्सी प्यारी है,
उन्हें सच से दुश्मनी है।
पर एक शख्स है, जो खड़ा रहा,
हर तूफ़ान में अड़ा रहताहै।
न डर, न समझौता,
हर अन्याय से सीधा टकराता।
चुप रहने की नहीं, बोलने की विरासत है,
गांधी का खून है, दिल में सच्ची सियासत है।
वो जब संसद में बोलता है,
तो सत्ता के चेहरे बदल जाते हैं।
अडानी पर सवाल उठाता है,
तो सरकार के पांव डगमगाते हैं।
ED हो या कोर्ट का बुलावा,
हर वार पर भारी उसका जवाब।
कैमरों से नहीं, जनता से जुड़ता है,
सूट-बूट नहीं, सच्चाई में लड़ता है वो ।
राहुल गांधी कोई नाम नहीं,
वो आंदोलन है, इंकलाब है।
न्याय का प्रतीक, सच्चाई की आवाज़,
भारत का बेटा, जन-जन की आवाज़ है।