happy 79 Indipedence Day
🇮🇳 ✦ नया भारत ✦🇮🇳
लहू की बूंदों से सींचा है ये चमन,
हर शहादत ने लिखी है गाथा अमन।
जहाँ माँ के आँचल में दीपक जलते हैं,
वहीं सिपाही रणभूमि में व्रत निभाते हैं।
जब दुश्मन ने ललकारा सीमाओं को,
तो जांबाज़ उठे मिटाने अंधेरों को।
"ऑपरेशन सिंदूर" की गूंज हुई प्रखर,
धरती ने देखा साहस का अमर सफ़र।
रात का सन्नाटा काँप उठा गर्जना से,
तिरंगे की शपथ निभी वीरता की गाथा से।
हर गोली के पार निकलती थी हुंकार,
भारत के वीर सपूत थे तैयार।
किसी ने हँसकर प्राण न्योछावर कर दिए,
किसी ने आख़िरी साँसों में "भारत" कह दिए।
उनकी आँखों में था बस यही उजाला,
नया भारत होगा स्वाभिमान का प्याला।
ओ मातृभूमि, तेरे वीर अमर हो गए,
तेरे आँगन में नये सपने संवर गए।
हर शहादत से मजबूत हुई ये डगर,
नये भारत का सूरज निकला प्रखर।
अब न झुकेगा न डरेगा ये हिंदुस्तान,
जवानों के बलिदान से बनेगा महान।
जहाँ हर बच्चा गर्व से कह पाएगा,
"मैं उस भारत का वासी हूँ, जो सिर न झुकाएगा।"
jay Hind Jay Bharat
C M Jadav