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🌸 प्रेम 🌸
प्रेम नदिया की शांत लहर है,
मन के सागर की मधुर लहर है।
जिसमें डूबे तो पीड़ा खो जाए,
हर पल जीवन पुष्प सा हो जाए।
प्रेम धूप में ठंडी छाँव है,
जीवन की प्यास का मधुर ठाव है।
जो बांध न सके, पर जोड़ बनाए,
जो दिलों को दिल से जोड़ दिलाए।
प्रेम आँधी में दीपक की लौ है,
अंधियारे में प्रभात की छांव है।
ये दर्द भी देता, मरहम भी देता,
हर रिश्ते को जीवन का संगम भी देता।
प्रेम कोई सौदा नहीं, एहसास है,
ये जीवन का सबसे मधुर सुवास है।
जहाँ प्रेम है, वहाँ सब कुछ अपना है,
प्रेम ही जीवन का सच्चा सपना है।