विचार के रूप में:
कुछ लोग कहते हैं – "पत्नी पैसे की भूखी होती है,
जबकि प्रेमिका संघर्ष में साथ देती है।"
पर मैं उनसे पूछना चाहती हूँ –
पत्नी तो शादी से पहले ही 30–40 लाख का पेमेंट लेकर आती है।
प्रेमिका कौन-सा पेमेंट करती है?
उल्टा वही तुमसे रिचार्ज, गिफ्ट और खर्चे करवाती है।
पत्नी तो बिना सैलरी के घर का हर काम करती है।
प्रेमिका कौन-सा तुम्हारे लिए झाड़ू-पोंछा करती है,
या खाना बनाकर देती है?
पत्नी तो जीवनभर ताने और अपमान सहती है,
यहाँ तक कि पति की दूसरी औरत तक बर्दाश्त कर लेती है।
प्रेमिका कब तुम्हारे माता-पिता की सेवा करती है?
कब तुम्हारे बच्चों को जन्म देती है और पालती है?
असल में पत्नी ही असली संघर्ष और त्याग की मूर्ति है।
प्रेमिका सिर्फ़ मीठी बातें और दिखावटी सुकून देती है।
और फिर वही पति कहते हैं –
"मेरी पत्नी तो सुकून नहीं देती, झगड़ती है, पैसे की भूखी है।"
🖊️✍️😡
सच तो यह है –
ये सब बातें पति अपनी गलती और अपनी बेवफ़ाई छुपाने के लिए कहते हैं।