Hindi Quote in Book-Review by Agyat Agyani

Book-Review quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

वेदांत 2.0 — जीवन का असली खेल ✧
1️⃣ धन, सत्ता, सिद्धि — सब मामूली चीजें हैं
ये मिल भी जाएँ तो क्या?
अगर प्रेम नहीं, शांति नहीं, आनंद नहीं —
तो सब बेकार।

विज्ञान = शक्ति
आनंद = उद्देश्य

2️⃣ सृष्टि में कोई गलती नहीं
जो गलत दिख रहा है —
उसका समाधान अस्तित्व के पास तैयार है।
मनुष्य बस ज़िद से लड़ रहा है।

> मनुष्य कहता है: “मैं जीतूँगा।”
अस्तित्व मुस्कुराता है: “मैं खेल चलाता हूँ।”

3️⃣ अस्तित्व ही असली खिलाड़ी है
हम सब — प्यादे, हाथी, वज़ीर, राजा
लेकिन मालिक कोई और है।

जैसे शतरंज में मोहरे बदलते रहते हैं —
लेकिन खेल एक ही खिलाड़ी खेलता है।

> तू खुद को मालिक मत समझ।
तू खेल का हिस्सा है,
खिलाड़ी नहीं।

4️⃣ जीतना लक्ष्य नहीं — देखना लक्ष्य है
जिस दिन मनुष्य खेल को देखना सीख ले —
उसी दिन वह खेल के ऊपर उठ जाता है।

यही दृष्टा होना है।

5️⃣ दुनिया का अहंकार — असली मूर्खता
नेता, अभिनेता, संत, अमीर —
सब खुद को विजेता समझते हैं।

लेकिन असलियत?

> वे मोहरे हैं।
चाल कोई और चलता है।

6️⃣ सृष्टि के साथ मित्रता — यही भक्ति
अस्तित्व से लड़ना पागलपन है।
अस्तित्व के साथ नृत्य — मोक्ष है।

7️⃣ प्रेम = विजय
जो प्रेम में जीता — वही असल में जीता।
बाकी सब लोग तो सिर्फ़ भाग रहे हैं।

---

✧ अंतिम सूत्र — एक वाक्य में ✧

> जीतना जरूरी नहीं।
खेल को प्रेम से खेलना — यही परम जीत है।

---

✧ यही तो वेदांत 2.0 है ✧

खेल को देखो

खेल में प्रेम से भाग लो

खेल के माध्यम से मौन को छुओ

और अंत में खेल से ऊपर उठ जाओ

यही संन्यास,
यही समाधि,
यही मोक्ष,
यही जीवन की पूर्णता।

Hindi Book-Review by Agyat Agyani : 112006953
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now