Barsho Baad Tum - 14 in Hindi Love Stories by Neetu Suthar books and stories PDF | बरसों बाद तुम - 14

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बरसों बाद तुम - 14



🖋️ एपिसोड 14: “वो पहला जन्मदिन…”



> “कुछ तारीखें सिर्फ कैलेंडर में नहीं होतीं…
वो दिल के किसी कोने में हमेशा के लिए दर्ज हो जाती हैं।”




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स्थान: दिल्ली — आरव और रेहाना का घर, सुबह 8:00 बजे

आज घर में चहल-पहल थी।
गुब्बारे फुलाए जा रहे थे,
दीवारों पर “Happy Birthday Aaryan” लिखा जा रहा था।

आरव और रेहाना बार-बार घड़ी देख रहे थे।

आज उनका बेटा आरियान एक साल का हो रहा था।
पहली बार… वो साल जो थकावट से भरा था, पर मोहब्बत में डूबा हुआ भी।


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फ्लैशबैक — एक साल पहले की वही रात

> “आरियान के रोने की आवाज़…
और तुम्हारी हँसी —
जैसे ज़िंदगी पहली बार किसी कविता में ढली हो…”

रेहाना ने डायरी में ये लाइन लिखी थी।




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Scene — जन्मदिन की तैयारी

• रेहाना ने आरियान के लिए सफेद और नीले रंग का कुर्ता तैयार किया।
• आरव ने एक DIY फोटो बूथ बनाया।
• दोस्त, परिवार, पड़ोसी — सबको बुलाया गया।

लेकिन आज कुछ और भी था जो दोनों के दिल में चल रहा था —
एक खालीपन, एक डर… जो बिना वजह नहीं था।


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एक दिन पहले — डॉक्टर से चेकअप के दौरान

डॉक्टर ने रेहाना को बताया था कि
आरियान के वजन और ग्रोथ में थोड़ा अंतर है।

> “ऐसा क्यों?”

“कुछ बच्चों में यह नॉर्मल होता है, लेकिन कुछ टेस्ट्स करवा लेने चाहिए।”



उस दिन के बाद से ही,
आरव और रेहाना के चेहरे पर एक अनदेखा डर छिपा हुआ था।


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लेकिन आज… वो सब कुछ भूलकर मुस्कुरा रहे थे।

रेहाना ने कहा —

> “आज सिर्फ जश्न का दिन है…
अगर कल कुछ भी हुआ, तो हम साथ लड़ेंगे — जैसे हमेशा।”

आरव ने सिर हिलाया,

“हमारा बेटा मजबूत है, और हम उससे भी ज़्यादा।”




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🎉 Birthday Begins — शाम 5:00 बजे

• बच्चों की भीड़
• केक कटिंग के लिए तालियाँ
• कैमरों की चमक
• और बीच में — नन्हा आरियान अपनी मम्मी की गोद में

> “Happy Birthday to you…”

“Happy Birthday dear Aaryan…”



केक कटा।
आरव ने बेटे की नाक पर क्रीम लगाया,
रेहाना ने पहली बार आरियान को खड़ा कर, ताली बजाना सिखाया।


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📸 Family Photo Moment

फोटोग्राफर ने कहा:

> “अब मम्मी-पापा, बच्चे के दोनों ओर…
और एक बड़ी मुस्कान!”



क्लिक!
फोटो कैप्चर हुई… लेकिन उसमें एक भाव था —
जश्न के पीछे छिपी चिंता।


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Scene Change — रात को, मेहमान चले गए

कमरे में सिर्फ तीन लोग बचे थे।

आरियान गहरी नींद में था।

आरव ने रेहाना से पूछा —

> “क्या तुम भी डरती हो?”

“हाँ… पर तुम्हारा साथ मुझे हर डर से बाहर निकाल लाता है।”

“हम टेस्ट करवाएंगे।
जो होगा, सच का सामना करेंगे… लेकिन अभी — बस ये लम्हा जिएं।”




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📖 डायरी की नयी लाइन

> _“आज पहली बार हमें लगा कि ख़ुशियाँ भी डर के साये में मुस्कुरा सकती हैं…

लेकिन हमने मुस्कुराने का हुनर नहीं छोड़ा।”_




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अगली सुबह — हॉस्पिटल

टेस्ट के लिए खून लिया गया।

डॉक्टर ने कहा —

> “48 घंटे बाद रिपोर्ट मिलेगी।”



रिपोर्ट के इंतज़ार में वो 2 दिन…
शायद पूरी ज़िंदगी जितने लंबे लग रहे थे।


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Scene – इंतज़ार के बीच… एक-दूसरे को थामे रखना

रेहाना पूजा में बैठी थी,
आरव वर्क फ्रॉम होम कर रहा था, लेकिन पूरा ध्यान उसी फोल्डर पर था जिसमें रिपोर्ट आएगी।

वो एक अजीब चुप्पी थी,
जहां बातों से ज़्यादा मौन, सहारा बन रहा था।


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48 घंटे बाद — रिपोर्ट आई

रेहाना ने कंपकंपाते हाथों से ईमेल खोला।

आरव ने साथ बैठकर पढ़ा।

रिपोर्ट नॉर्मल थी।

कोई खतरे वाली बात नहीं थी।
सिर्फ हल्की-सी डाइट और विटामिन की ज़रूरत।


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दोनों की आँखों में आँसू थे… पर इस बार राहत के।

आरव ने रेहाना को गले लगाया —

> “हमारा योद्धा एकदम ठीक है।”

“और उसके मम्मी-पापा… एकदम बेवकूफ निकले!”
(दोनों हँस पड़े)




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रात — तीनों एक ही कंबल के नीचे

रेहाना ने कहा —

> “पता है, पहले मैं सोचती थी कि उसका पहला जन्मदिन कितना परफेक्ट होना चाहिए…
अब लगता है — परफेक्शन बस इतना है कि वो हमारे साथ है।”




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✨ एपिसोड की आख़िरी लाइन:

> “पहला जन्मदिन उस मोड़ की तरह होता है…
जहाँ एक साल की थकान, डर और प्यार
एक केक काटने की मुस्कान में बदल जाता है।”




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🔔 Episode 15 Preview: “जब वक़्त सवाल पूछता है…”

> क्या सब यूँ ही चलता रहेगा?
या वक़्त एक नया मोड़ लेकर आएगा,
जहाँ रिश्तों को फिर से परखा जाएगा?