Adhuri Kitaab - 2 in Hindi Horror Stories by kajal jha books and stories PDF | अधुरी खिताब - 2

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अधुरी खिताब - 2


📚 रीया की नई बेचैनी


रिया शर्मा का जीवन पूरी तरह बदल चुका था। अस्पताल से वापस आने के बाद वह पहले जैसी नहीं रही थी। लाइब्रेरी की खामोशी में डूबी वह अब अपने कमरे में बैठकर अजीब-अजीब सपनों में खो जाती थी। हर रात उसे वही किताब दिखाई देती थी – पुरानी, धूल से ढकी, और अधूरी कहानी का पन्ना खुला हुआ। रिया ने कई बार खुद से पूछा – क्या सच में कुछ हुआ था? या यह सब उसके मन का भ्रम था?


एक शाम रिया खिड़की के पास खड़ी थी। बाहर हल्की बारिश हो रही थी। बूंदें जैसे उसकी बेचैनी को और गहरा कर रही थीं। तभी उसके मोबाइल की स्क्रीन पर एक मैसेज आया।

👉 “रीया, हमें मिलना होगा। यह सिर्फ़ किताब नहीं, बल्कि तुम्हारे अतीत का रहस्य है। – काव्या”


रीया का दिल जोर से धड़कने लगा। काव्या… वही महिला जिसने उसे किताब के जादू से बचाया था। बिना देर किए उसने जवाब दिया –

👉 “कहाँ मिलना है?”


काव्या का जवाब आया – “कल सुबह 10 बजे पुरानी लाइब्रेरी में मिलो।”



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🕯️ रीवा की हिम्मत और काव्या से मुलाकात


अगली सुबह, हल्की धुंध में रिया लाइब्रेरी पहुँची। वहां काव्या पहले से मौजूद थी। उसकी आँखें एक अलग तरह की गहराई लिए हुए थीं – जैसे उसने दुनिया के हर रहस्य को पढ़ लिया हो। राहुल भी वहां खड़ा था, थोड़ा तनावित मगर दृढ़ निश्चयी।


काव्या ने मुस्कुराते हुए रिया का स्वागत किया। “रीया, हम उस रहस्य की तह तक पहुँचने वाले हैं, जो तुम्हें डराता है। अब डर को परास्त करना ही हमारा लक्ष्य है।”


रीया ने थोड़ी हिचकिचाहट के साथ कहा, “लेकिन काव्या जी… मुझे नहीं लगता कि मैं फिर से उस किताब के पास जा सकती हूँ।”


काव्या ने गंभीरता से उत्तर दिया, “हमारा डर ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यदि हम उसके सामने सचमुच का साहस दिखाएंगे, तभी हम उसे रोक पाएंगे।”


राहुल ने भी प्रेरित स्वर में कहा, “हम तीनों मिलकर यह कर सकते हैं। तुम्हें अकेला नहीं छोड़ूंगा, रिया।”


रीया ने गहरी सांस ली। उसके मन में अब एक अजीब साहस जाग रहा था। उसने धीरे से कहा, “ठीक है… चलो करते हैं।”



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🔮 प्राचीन संकेत और नए सुराग


तीनों ने लाइब्रेरी के बेसमेंट की ओर कदम बढ़ाए। वहां का माहौल पहले से भी ज्यादा रहस्यमयी था। अजीब हल्की रोशनी और सन्नाटा… और पुरानी दीवारों पर अंकित अद्भुत प्रतीक। काव्या ने ध्यान से उन प्रतीकों का अध्ययन किया।

“यह वही प्रतीक है, जो जादूगर अरविंद देव के परिवार से जुड़ा हुआ है। ये संकेत बताते हैं कि किताब केवल तभी नियंत्रित होगी, जब हम उसके मूल रहस्य को उजागर करेंगे।”


राहुल ने कंप्यूटर से रिकॉर्डिंग दोबारा प्ले की। उस रिकॉर्डिंग में अचानक देखा गया साया उसी प्रतीक की ओर बढ़ रहा था।

काव्या ने कहा, “यह संकेत हमें उस स्थान की ओर ले जा रहे हैं, जहां जादूगर अरविंद देव ने अपनी शक्ति का स्रोत छुपाया था।”


रीया की धड़कनें तेज हो गईं। उसके कदम अब और भी आत्मविश्वास से भर गए थे। उसने कहा, “हमें वह स्थान ढूँढना होगा।”


काव्या ने एक पुरानी पुस्तक में से एक नक्शा निकाला।

“यह नक्शा लाइब्रेरी के बेसमेंट के अंदर एक गुप्त कमरे की ओर इशारा कर रहा है। वही जगह जहाँ अरविंद देव ने अपनी शक्तियाँ छुपाई थीं।”



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🏰 गुप्त कमरा और प्राचीन वेदिका


तीनों ने गुप्त दरवाजा खोला। दरवाजे पर उकेरा गया प्रतीक और अजीब पुराना लेख उन्हें देखते ही रह गए। कमरे के अंदर एक प्राचीन वेदिका थी, जिस पर कई मंत्र लिखे थे। चारों तरफ भरी किताबें, मटमैली दीवारें, और अजीब चिह्न बने हुए थे।

काव्या ने मंत्रों की किताब उठाई और पढ़ना शुरू किया – “अंधकार का सूत्र खोलो, सत्य को सामने लाओ।”


रीया ने महसूस किया कि जैसे कमरे की दीवारें उनके चारों ओर खींचने लगीं। एक हल्की फुसफुसाहट गूँजने लगी – धीरे-धीरे शब्द बनने लगे।

“अधूरी आत्मा का रास्ता खोलो, सच्चाई से मिलाओ।”


काव्या ने रिया से कहा, “यह मंत्र तभी काम करेगा जब हम पूरी सच्चाई सामने लाएँगे। इस किताब के पीछे छुपा हुआ इतिहास।”


राहुल ने पूछा, “तो हमें क्या करना होगा?”


काव्या ने जवाब दिया, “हमें उस जादूगर अरविंद देव की पूरी कहानी जाननी होगी। तभी हम इस शापित किताब को नियंत्रित कर पाएंगे।”


काव्या ने धीरे से एक और प्राचीन दस्तावेज खोला, जिसमें लिखा था –

“अरविंद देव ने अपनी अमरता के लिए आत्माओं को किताब में कैद करना शुरू किया। लेकिन एक दिन उसने अपने अस्तित्व का सबसे बड़ा रहस्य भी इस किताब में छुपा दिया – उसकी आत्मा की अधूरी ख्वाहिश।”



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🌠 मंत्र का प्रयोग और अनहोनी का ख़तरा


काव्या ने वेदिका पर किताब रखी। उसके शब्द गूंजने लगे –

“अंधकार का सूत्र खोलो, सत्य को सामने लाओ।

अधूरी आत्मा को आज़ाद कर दो।”


किताब का आख़िरी पन्ना तेज़ी से चमकने लगा। लाल रोशनी फैलने लगी। धीरे-धीरे रिया की ही आवाज़ पन्नों से फुसफुसाने लगी – विकृत स्वर में –

“मुझे… छोड़ दो… मुझे वापस आना है…”


रीया ने अपनी आँखें बंद कीं। अपने भीतर गहरी हिम्मत जुटाई। अपने डर को चुनौती दी।

“मैं डरती नहीं हूँ। मैं अपनी आत्मा को वापस चाहती हूँ।”


जैसे ही उसने ये शब्द कहे, आख़िरी पन्ना तेज़ चमकने लगा। किताब की शक्ति कमजोर पड़ने लगी। एक तेज रोशनी का धमाका हुआ और रिया की छवि धीरे-धीरे किताब से बाहर निकली। वह बेहोशी की हालत में जमीन पर गिर पड़ी।


काव्या और राहुल ने फौरन उसे उठाया। लेकिन एक नया संकेत था…

किताब का आख़िरी पन्ना लाल रेखाओं से भर गया।

एक नया नाम उभर रहा था – “राहुल वर्मा।”


राहुल घबरा गया। “यह मेरा नाम क्यों लिख रही है?”


काव्या ने गंभीर स्वर में कहा, “किताब सबसे डरे हुए व्यक्ति को अगला शिकार चुनती है। तुम्हें अपनी हिम्मत से इसे रोकना होगा।”


राहुल ने गहरी सांस ली। आँखें बंद करके अपने अंदर की शक्ति से जुड़ने की कोशिश की। उसने खुद से कहा, “मैं डरता नहीं हूँ। मैं इसे अपने साहस से हराऊँगा।”


जैसे ही उसने यह कहा, किताब की चमक मंद पड़ने लगी और उसका नाम धीरे-धीरे मिटने लगा। काव्या ने एक बार फिर वही मंत्र दोहराया –

“अधूरी आत्मा, वापस आओ।”


किताब के पन्नों में से तेज रोशनी निकली, रिया की छवि पूरी तरह से बाहर आ गई। वह बेहोश थी, लेकिन अब किताब के प्रभाव से मुक्त थी।



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🌅 नई शुरुआत का संकल्प


काव्या ने रिया को अस्पताल ले जाने की जिम्मेदारी ली। कुछ दिनों में रिया होश में आई। उसकी याददाश्त अधूरी थी – उसे केवल इतना याद था कि लाइब्रेरी में कुछ अजीब हुआ था। बाकी सब धुंधला सा लग रहा था।


काव्या ने किताब को लोहे के बक्से में फिर से बंद किया। उसने राहुल से कहा –

“यह किताब अब शांत हो गई है, लेकिन इसकी शक्ति हमेशा बनी रहेगी। हमें इसे बेहद सुरक्षित स्थान पर रखना होगा।”


रीया ने धीरे से कहा –

“क्या यह किताब सचमुच खत्म हो गई है, या यह केवल एक नया अध्याय खोल रही है?”


काव्या ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया –

“अधूरी किताब का रहस्य कभी खत्म नहीं होता… यह केवल एक नया अध्याय बनाता है। हमें सतर्क रहना होगा।”


राहुल और रिया ने तय किया कि वे अब लाइब्रेरी में नई तरह से काम करेंगे। किताब के प्रति उनका दृष्टिकोण पूरी तरह बदल चुका था। वे जानते थे –

“सच का सामना करके ही भय को हराया जा सकता है।”


📖 अधूरी किताब का रहस्य अभी भी अधूरा है…


👉

क्या अगला शिकार सचमुच आएगा?

👉 क्या यह किताब फिर से अपने अगले अध्याय की खोज में निकल पड़ेगी?


🔔 भाग 3 जल्द ही आएगा…