दिल की दहलीज उनके आने के लिए सजा ली है।
न जाने कौन से रास्ते से गुजरेंगे वो,हर राह पे नजर थमा ली है।
उनके साथ बीते हर पलो की यादे कुछ यूं महका ली है।
पर अब फिर से ना ही आएगा वो लम्हा ये सोच हँसते चेहरे पर मायूसी सजा ली है।।

#decorate

Hindi Shayri by Tasleem Shal : 111360641

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