फितरत है तेरी ए जिन्दगी,
गम बेशुमार देना,
हमारी भी फितरत हैं,
हर गम सह के,
फख्र से जीना.....
तेरी कोशिशें होती हैं,
रोज एक नया,
दर्द -ए- ज़ाम देना,
हमनें भी सीख लिया,
दर्द को खुशियों में,
घोल कर पीना......
तेरी पेशानी पर गहरी हैं, सिलवटें,
मुक्कदर से लड़ने की कितनी,
करती है तू कोशिशें,
मिलता है, फिर भी,
अधूरी तमन्नाओं का बख्शीश......
तेरी हर कोशिश का इस्तकबाल करना,
हैं हुनर हमारा हर हाल में जिंदा रहना.....!!!!
#ज़िंदा