जो कल स्कूल जाया करते थे
आज मोबाइल से पढ रहे हैं।

जो कल बिंदास घुमा करते थे
आज घरमें कैद हो कर रह गए।

जिस देश में रोज त्योहार होते थे
आज लोकडाउन से रस्ते वहां सुनसान है।

जहा सदा होते थे खुशी के पल
आज वहा गम का माहौल है।

पहले जानवर पिंजरे में कैद होते थे
आज वो आजाद और इंसान हुआ कैद है।
सब वक्त - वक्त की बात है।

Hindi Poem by Vibhu : 111527112

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