हुए हम दर तो लेकिन जुदा हम हो नही पाए,
जिन्हे तकदीर लिखना था खुदा वो हो नही पाए।
कोसिस तो लाख की लोगो ने हमे बेचैन करने की,
उड़ी न नीन्द तेरी मेरि मगर वो सो नही पाए।

-Dibyesh Kumar
#Kavyotsav2

Hindi Shayri by Dibyesh Kumar : 111642920

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