#Deshbhakti

हाथ में कसिया
सिर पर तसला
भूखे अधखाए पेट
वह हर रोज नये
ताजमहल बनाता है
देश की खुशहाली की
तस्वीर सजाता है
देश भक्ति करताहै
पर मजदूर कहलाता है

Hindi Poem by sneh goswami : 111779356

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