हमारा पूरा परिवार हमारे साथ है इस बात पर गर्व करें या उनपर अपनी भावनात्मक , निर्भरता को कम करें क्योंकि जीवन मे बहुत कुछ ऐसा घटता है जो आप किसी से नहीं कह सकते ऐसे में परिवार और मित्र होते हुए भी आप खुद को अकेला पाते हैं तो क्या करें?
बहुत सुंदर वर्णन आता है जब आनन्द बुद्ध से पूछता है कि आपके निर्वाण के बाद हम कैसे रहेंगे तो बुद्ध ने उन्हें ज्ञान दिया कहा......
"अपना आत्मदीप स्वयं बनो"!
इसलिए दुनिया मे रहते हुए दुनिया से आशा मत रखो!
-गायत्री शर्मा गुँजन