मैं और मेरे अह्सास

जिंदगी में अपना किरदार निभा लो l
जीवन की बगिया खुशी से सजा लो ll

जाने पाला पल वापिस नहीं आता l
जिंदगानी में हर लम्हे का मजा लो ll

भरोसा रख बनाने वाले पर सखी l
सीने में जीने का जुनून जगा लो ll

सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111857554

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