इश्क तो किया था दोनों ने |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |
तन्हा तुम भी हुए और हम भी |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |
बिछडे थे तो नम थी आंखें चारों |
कुछ हमने रोया कुछ तुमने |
जहर के बीज थे पनप गए |
कुछ हमने बोया कुछ तुमने |
शायद कुछ और था पाने को |
कुछ हमने पाया कुछ तुमने |
बुत हो गए दिल दोनों ही |
कुछ हमने ढोया कुछ तुमने |
आलोक मिश्रा "बुत"

Hindi Romance by Alok Mishra : 111865611

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