न किसी के दिल की हूँ आरजू, 🌼
न किसी नजर की हूँ जुस्तजू, 🤐
मैं वो फूल हूँ जो उदास है, 🌺
न बहार आए तो क्या करूँ। 🙂🙌🙌🙈
कहीं किसी रोज यूँ भी होता, 🙂
हमारी हालत तुम्हारी होती, 🥺
जो रात हमने गुजारी तड़प कर, ☀️
वो रात तुमने गुजारी होती। 😲🤐🌈🌻
कुछ उनकी वफ़ाओं ने लूटा, 🌥
कुछ उनकी इनायत मार गई, 👌
हम राज़-ए-मोहब्बत कह न सके, 🌷
चुप रहने की आदत मार गई। 💐🥺🤐🌷
मुझसे वास्ता नहीं रखना तो, 🙂
फिर मुझपे नजर क्यूँ रखता है? 🙈🌺
मैं किस हाल में ज़िन्दा हूँ, 🌼
तू मेरी खबर क्यूँ रखता है? 👌🥺🙂🙈

Hindi Poem by Ravinder Sharma : 111866821
.... 1 year ago

👌👌👌👌👌

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