जिंदगी तेरे सफर में..
जिंदगी तेरे सफर में शिकवे हजार मिले ,
पर समझ नहीं आता शिकायत करें तो किससे करे..
हर मोड़ पर तन्हाइयों की धुंध छा गई ,
तेरी यादों के काफिले बस खामोश कारवां मिले..
ख्वाबों की चादर पर बस दरारे ही रह गई ,
सच के आईने में टूटे ख्वाब मिले..
तेरे वादों की रोशनी बुझ सी गयी कही,
 अंधेरों में तलाशते रहे तो खाली मकां मिले ..
कलम उठाई मोहब्बत की दास्तां लिखने को,
 तो अल्फाजों में तंग अपने हाथ मिले ..
जिंदगी के शिकवे भी अब थक कर सो गए,
बस तेरी यादों की चुभन और गम जवां मिले..
 - Soni shakya