नियति Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

नियति Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful नियति quote can lift spirits and rekindle determination. नियति Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.

नियति bites

ध्येय तक पहुंचने के लिए
अपने नेह को पाने के लिए
करे जतन, बड़े हाथ पैर मारे
बहुत भटका मैं संसार सारे

पर नियति को शायद
कुछ और ही मंज़ूर था
इतना सब करने पर भी
भाग्य के हाथों मज़बूर था

मैं तो कहीं को चला था
और जाने कहां पहुंच गया
मेरा मन तो कहीं रमा रहा
पर मैं कहीं और ही थमा रहा

सोचता हूं कि नियति के फंदे से
क्या कोई इंसान बच पाया होगा
और मेहनतकश हाथों से वो
मनभावन संसार रच पाया होगा

बहुत संभलकर चलने की चाह में
शायद भूल गया मन की राह मैं
कठिन डगर पर गिरने के भय से
शायद भटक गया मन की लय से

:- भुवन पांडे

#नियति

चाह कर भी तुम उसे छोड नही सकते, खेल-ऐ-नियति का तुम तोड नही सकते.
Mr.K.K
#नियति

Prem_222:

नियति ने हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाया, जब कि मेरे खिलाफ थी ताब मैं गलत था या नकारात्मक या बुरा काम करता था।

#नियति

#नियति
अखबार के पहले पन्ने पे भी वो थे,
अखबार के आखिरी पन्ने भी वो थे।

पहले पन्ने पे जीने का सलीका सीखा रहे थे,
आखरी पने पे जिंदगी को अलविदा कह कर जा रहे थे।
जैसे अपनी बीमारी से अनजान, अपना कीरदार निभा रहे थे,
हर किरदार को निभाते-निभाते कोई सन्देश दे रहे थे।

लगता था ऐसे जैसे पहले से आखरी पन्ने तक,
नियति की कहानी बता रहे थे।
Mahek Parwani

कि्ष्न का प्यार पाना राधा की नियति है ।
लेकिन
कि्ष्न से दुर रहना भी उसकी नियति है ।।

#नियति

क़िस्मतों के लेख ये , होना ही है तय यहाँ
नियति खेल से भला, कौन जीत पाया है

#mk_monikakakodia
#बेबाक_शायरा
www.instagram.com/monika_kakodia

#नियति

ओ....रामासरे की दुल्हिन तनिक दरवाजा तो खोलो।।
मनकी काकी ने फुलमत के दरवाज़े की सांकल खटखटाते हुए कहा।।
का..हुआ काकी!का बात हो गई जो तुम इत्ती परेशान दिखाई दे रही हो,फुलमत ने मनकी काकी से पूछा।।
अब का बताएं, फुलमत बहुरिया! बात ही कुछ ऐसी थी कि बताएं बिना रहा ना गया और हम तुम्हारे पास भागे चले आए।।
काहे,काकी!ऐसा का हो गया,फुलमत ने फिर से पूछा।।
अरे,ऊ..किशन की दुल्हिन रही ना,रामप्यारी! कल रात बेचारी ने प्राण त्याग दिए,राम ऐसा दिन कोहू को ना दिखाएं,मनकी काकी दुःखी होकर बोली।।
हां,सही कह रही हो काकी!,फुलमत बोली।।
अबहीं, पिछले साल ही तो लगन हुआ था बेचारी का,उसका पति किशन दुनियाभर मे गाता फिरे कि हमार जैसन लुगाई कोऊ का ना होई,कनक जैसी सफेद हैं, हाथ लगाओ तो मैली हो जाए,फिर एक दिन ना जाने का हुआ,बेचारी रामप्यारी चूल्हें पे खाना पका रही थीं, एकाएक पल्लू ने आग पकड़ ली,बेचारी का पूरा चेहरा जल गया,फिर किशन ने उसकी ओर देखना ही बंद कर दिया और कल वो दूसरा ब्याह कर लाया,बेचारी रामप्यारी दिनभर रोई और रातभर किशन के दरवाजे के आगे रोती रही,ठंड का मौसम,ठंड ना बरदाश्त कर सकी और रात ही उसकी अकाल मृत्यु हो गई, शायद उसकी यही नियति थी,इतना कहते कहते मनकी काकी की आंखें भर आईं।।
सरोज वर्मा__

#नियति

अनुभवाने एक शिकवण दिली आहे, कुणाच्या चुका उणीवा शोधात बसू नका. नियती बघुन घेईल हिशोब तुम्ही करू नका.
#नियति