Mere Ishq me Shamil Ruhaniyat he - 11 in Hindi Love Stories by kajal jha books and stories PDF | मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 11

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मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 11

🌫️ एपिसोड 10: "परछाइयों से उजाले की ओर – दिलों की अनकही दास्तां"

⏳ नए सवेरे की पहली किरण

वह सुबह हवेली में एक अलग सी शांति लिए आई थी। पर पिछले रात का रहस्यमय अनुभव हर एक के मन में गूंज रहा था। विवान, अनाया, रूहानी, काव्या और आर्यन अब एक नए अध्याय की शुरुआत के लिए तैयार थे। लेकिन उस दस्तावेज़ ने उनकी दुनिया में एक तहलका मचा दिया था।

अनाया ने धीरे से कहा, “विवान… क्या हम सही कर रहे हैं? कभी-कभी सच से ज्यादा खतरनाक कुछ नहीं होता।”

विवान ने उसकी आँखों में अपनी नज़रें डाली और मुस्कुराते हुए कहा, “अनाया, सच का सामना करना ही असली बहादुरी है। और मैं तुम्हारे साथ हर कदम चलने को तैयार हूँ।”

🌹 अनाया और विवान का पहला किस

विवान की नज़रों में अनाया की मासूमियत और साहस ने एक अजीब तरह की चमक भर दी थी। उसने अनायास ही अनाया का चेहरा अपने हाथों में थामा। अनाया की सांसें थम गईं। दोनों की आँखें एक-दूसरे से मिलने लगीं। हवेली की खामोशी जैसे उनके बीच के पल को सजो रही थी।

विवान ने धीरे-धीरे अनाया के होठों पर अपना होंठ रखा। पहली बार का यह पल दोनों के लिए अनकहा था, अनसुना था। उनका किस धीरे-धीरे गहराता गया, जैसे हर छुपा दर्द, हर अनकहा एहसास उस पल में बह रहा हो।

अनाया ने अपनी आँखें बंद कीं, और दिल की हर धड़कन को महसूस किया। विवान की मुस्कान और हाथों का सहारा उसके दिल को एक नयी शक्ति दे रहा था। यह किस उनके बीच की अनकही मोहब्बत का पहला इज़हार था, एक वादा था कि वे हर साज़िश के खिलाफ एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे।

🔍 आर्यन का अतीत उजागर होना

आर्यन की निगाहें दस्तावेज़ पर टिक गईं। वह कुछ पल के लिए थम गया, फिर धीरे-धीरे अपनी डायरी में कुछ लिखने लगा। उसके शब्दों में एक दर्दनाक सच छुपा था।

‘प्रमोद मेहरा… मेरे पिता के सबसे करीबी मित्र। मैं नहीं जानता था कि मेरे भीतर छुपा हुआ यह कनेक्शन इतना बड़ा रहस्य बन जाएगा। उस रात… मैंने देखा था वह सब कुछ। पर किसी ने नहीं पूछा। मुझे भी नहीं बताया।’

आर्यन ने गहरे सोच में डूबकर कहा, “मैं वह गवाह हूँ… जिसने यह साज़िश देखी थी।”

काव्या ने प्यार भरे स्वर में कहा, “आर्यन, सच को सामने लाने से पहले, खुद से भी सामना करना पड़ता है। मैं तुम्हारे साथ हूँ।”

🌒 अनामिका सेन की गुप्त फाइल का रहस्योद्घाटन

रूहानी ने दस्तावेज़ों की एक और परत खोली, जिसमें अनामिका सेन की एक गुप्त फाइल थी। उस फाइल में लिखा था – ‘अनामिका सेन और प्रमोद मेहरा के बीच कुछ ऐसा हुआ था, जिसे समय की परछाई ने ढक दिया। प्रमोद ने अनामिका की मदद से समाज की बुराइयों के खिलाफ साज़िश का पर्दाफाश किया था। पर किसी ने जानबूझकर दोनों के बीच की मोहब्बत को एक षड़यंत्र में बदल दिया।’

विवान ने ध्यान से पढ़ते हुए कहा, “यह फाइल… अनामिका सेन के अंदर छुपी सच्चाई की चाभी हो सकती है।”

अनाया ने प्रोत्साहित करते हुए कहा, “हमें इस फाइल की हर पंक्ति को समझना होगा। तभी हम सच के करीब पहुंचेंगे।”

🌹 अनकहे प्रेम की गहराई

विवान और अनाया फिर से एक दूसरे के करीब आ गए। अनाया की आँखें विवान की आंखों में डूब गईं। वह फुसफुसाई, “विवान, कभी-कभी मैं सोचती हूं कि हमारी मोहब्बत ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”

विवान ने उसकी आंखों में झांकते हुए धीरे से कहा, “अनाया, तुम्हारे साथ बिताया हर पल मेरे लिए अनमोल है।”

फिर उसने अनाया का हाथ अपने होठों से छू लिया, एक बार फिर उनका एक मधुर किस हुआ, पर diesmal पहले से भी ज्यादा गहरा। यह किस केवल रोमांटिक नहीं था, बल्कि एक नयी शुरुआत का संकेत था। एक वादा था कि वे सच्चाई की इस गहराई में एक साथ उतरेंगे।

🌌 साज़िश की गहराई में और कदम

आर्यन ने दस्तावेज़ के अंतिम पन्ने को पलटा। वहाँ लिखा था – ‘जिस दिन सच्चाई की रोशनी सामने आएगी, उस दिन हवेली की हर दीवार गवाही देगी। पर ध्यान रखना… हर सच्चाई के साथ एक नई चुनौती भी आती है।’

काव्या ने धीरे से कहा, “हमारी यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यह तो बस शुरुआत है।”

रूहानी ने उत्साह से कहा, “हम सब मिलकर इस पहेली को सुलझाएंगे। कोई भी रहस्य हमारी दोस्ती और मोहब्बत को तोड़ नहीं सकेगा।”

🌪️ हवेली की दीवारों से गूंजती पुकार

तभी हवेली की दीवारें एक बार फिर गूँजने लगीं – “तुम सच की ओर कदम बढ़ाने को तैयार हो?”

विवान ने अपने दोस्तों की ओर देखा, फिर अनाया की ओर। सबने एक साथ उत्तर दिया – “हम तैयार हैं।”

अनामिका सेन की तस्वीरें, प्रमोद मेहरा की यादें, आर्यन की डायरी… हर एक तत्व अब उनके सामने सच्चाई की रौशनी में निखरने को था।

🔐 अंतिम रहस्योद्घाटन की शुरुआत

वह दस्तावेज़, जिस पर लिखा था –
‘प्रमोद मेहरा ने अपने कर्तव्य और प्रेम के बीच एक निर्दोष को बलि दी थी’,
अब उनके हाथ में था। इस चिट्ठी के हर शब्द ने उनके दिल में सवालों की बौछार कर दी थी।

अनाया ने धीरे से कहा, “क्या यह सच हमें टूटने देगा, या जोड़ देगा?”

विवान ने मुस्कान के साथ उत्तर दिया, “सच खुद में ताकत है। और हम उसे पहचानेंगे।”

🌌 हुक लाइन

पर हवेली की परछाइयाँ अब भी उनके कदमों का पीछा कर रही थीं।
क्या सच्चाई का उजाला उनके दिलों को मुक्त करेगा?
या फिर, हवेली की दीवारें हमेशा के लिए यह साज़िश छुपाए रहेंगी?

👉 अगला एपिसोड जल्द ही… जब दिलों की पुकार साज़िश की परछाई से सच्चाई की उजली राह पर ले जाएगी।