promise of last rain in Hindi Love Stories by Vijay Sharma Erry books and stories PDF | आखिरी बारिश का वादा

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आखिरी बारिश का वादा

यह रही एक गीतों से भरी, भावुक त्रासदी प्रेम कहानी (2000+ शब्दों में) —
शीर्षक: "आख़िरी बारिश का वादा"
लेखक: विजय शर्मा ऐरी


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प्रस्तावना:

प्यार एक ऐसा एहसास है जो आत्मा को छू जाता है, पर जब वह प्यार अधूरा रह जाए तो ज़िन्दगी एक लंबा सन्नाटा बन जाती है। यह कहानी है दो प्रेमियों की, जिनकी मोहब्बत गीतों में गूंजती रही, लेकिन किस्मत ने उन्हें मिलाने से पहले ही तोड़ दिया...


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अध्याय 1: पहली मुलाक़ात - इम्तिहान की दोपहर

बारिश की हल्की बूंदें ज़मीन को भिगो रही थीं। कॉलेज के बाहर ऑटो के इंतज़ार में खड़ी थी अन्वी, सफ़ेद कुर्ता, नीली चुनरी और हाथों में किताबें। उसी वक्त तेज़ी से बाइक रोकता हुआ एक लड़का आया — आरव।

"लिफ्ट चाहिए?" उसने मुस्कुरा कर पूछा।

"जी नहीं। मैं अकेली जा सकती हूँ।" अन्वी ने नज़रें फेरते हुए कहा।

लेकिन उस मुलाक़ात ने एक बीज बो दिया था — भरोसे का, जिज्ञासा का।

🎵 गीत:
"पहली नज़र में कैसा जादू कर दिया
तेरा बन बैठा है मेरा दिल..."
(Race)


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अध्याय 2: वो कॉलेज वाले दिन

आरव और अन्वी अब साथ पढ़ते थे। प्रोजेक्ट्स, सेमिनार्स और लाइब्रेरी की खामोशी में दोनों की नज़दीकियाँ बढ़ने लगीं। आरव शायर था, और अन्वी गुनगुनाने की शौकीन।

"तुम्हारी आवाज़ में जो सादगी है ना, मैं उसे कविता बना सकता हूँ।"

"और तुम्हारी कविताओं में जो गहराई है, वो मुझे अंदर तक छू जाती है।"

🎵 गीत:
"तेरे संग एक सादा सा रिश्ता नहीं रहा
कुछ भी नहीं रहा
तू ही है तू..."
(Lootera)


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अध्याय 3: इज़हार और इक़रार

वसंत के मेले में आरव ने अन्वी को पहली बार गुलाब दिया।

"मुझे नहीं पता मोहब्बत क्या होती है, लेकिन तुम्हारे बिना अब दिन अधूरे लगते हैं।"

अन्वी की आँखें भीग गईं।

"मुझे डर लगता है आरव... खोने से, टूटने से।"

"मैं तुम्हारा वादा करता हूँ, तुमसे कभी दूर नहीं जाऊँगा।"

🎵 गीत:
"तेरे लिए ही जिया मैं
ख़ुद को जो यूँ दे दिया है..."
(Anjaana Anjaani)


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अध्याय 4: प्यार का इम्तिहान

कॉलेज खत्म हुआ। आरव को दिल्ली की एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब मिल गई।
अन्वी को अपने बीमार पिता के साथ hometown रुकना पड़ा।

"लंबी दूरी क्या हमारी मोहब्बत को कमज़ोर कर देगी?" अन्वी ने पूछा।

"नहीं। ये दूरी हमारे प्यार को और पक्का करेगी। हर रोज़ एक गीत भेजूंगा तुम्हें — मेरी यादों का टुकड़ा।"

🎵 गीत:
"तू जो मिला तो हो गया सब हासिल
बिन तेरे अब क्या है मेरा..."
(Bajrangi Bhaijaan)


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अध्याय 5: खामोशियाँ और अनकहे अल्फ़ाज़

दिन बीतते गए। आरव की ज़िंदगी में तेज़ी आ गई, लेकिन अन्वी के लिए समय कम होता गया। गीतों का सिलसिला कम होने लगा।

"क्या मैं अब तुम्हारी ज़रूरत नहीं रही?" अन्वी ने एक रात मेसेज किया।

"तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता। बस थोड़ा वक़्त नहीं मिल रहा।"

लेकिन वो ‘थोड़ा’ वक़्त अनंत बनता गया।

🎵 गीत:
"कुछ तो है तुझसे राब्ता
कैसे हम जाने..."
(Agent Vinod)


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अध्याय 6: एक चुप्पी जो टूट गई

एक दिन अन्वी को पता चला — आरव अब किसी मीटिंग के बहाने उसके कॉल्स नहीं उठा रहा था। सोशल मीडिया पर उसकी किसी लड़की के साथ तस्वीर वायरल हुई।

"ये सच नहीं हो सकता..." अन्वी ने कांपते हुए स्क्रीन देखा।

आरव ने कहा, "वो एक ऑफिस पार्टी थी, तुम ग़लत समझ रही हो।"

"पर मैं सही महसूस कर रही हूँ आरव... अब हमारी धड़कनों की धुन एक सी नहीं रही।"

🎵 गीत:
"जुदाई जुदाई, जुदाई मिलती रही
मैं तो प्यार में अकेला ही जलता रहा..."
(Karma)


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अध्याय 7: आख़िरी बारिश

छह महीने बाद। अन्वी अब एक स्कूल में टीचर बन चुकी थी। दिल में टूटी मोहब्बत के निशान थे। उस दिन ज़ोरों की बारिश हो रही थी, जब आरव अचानक उसके स्कूल गेट पर खड़ा मिला।

"मैंने बहुत बड़ी ग़लती की, अन्वी। मैं तुम्हारा ही था, और रहूँगा।"

"पर मैं अब वैसी नहीं रही, आरव। अब मैं खुद को खो नहीं सकती तुम्हारे लिए।"

"तो क्या एक आख़िरी बार चलोगी मेरे साथ, उस पुराने तालाब तक, जहाँ पहली बार मैंने तुम्हें कविता सुनाई थी?"

अन्वी ने ना में सिर हिलाया... लेकिन उसकी आँखों में पानी और बारिश एक हो चुके थे।

🎵 गीत:
"भीगी भीगी सी है रातें
भीगी भीगी सी हैं बातें..."
(Gangster)


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अध्याय 8: अंतिम वादा

अगले दिन खबर आई — आरव की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। वह वही तालाब जा रहा था, आख़िरी बार अन्वी के साथ बिताई जगह पर।

अन्वी भागती हुई पहुंची, पर बहुत देर हो चुकी थी। आरव के हाथ में एक डायरी थी... और एक अधूरी कविता...

"तेरी यादों की बारिश में
भीगता रहा मैं तन्हा
पर फिर भी तेरा नाम
हर बूंद पे लिखा रहा..."

अन्वी फूट-फूट कर रो पड़ी।
अब वो हर दिन उस तालाब पर जाती है,
एक गीत गुनगुनाती है...

🎵 गीत:
"तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं..."
(Aandhi)


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उपसंहार:

प्यार हर बार साथ पाने का नाम नहीं होता,
कभी-कभी वो एक गाना बन जाता है,
जो जीवन भर हमारी धड़कनों में गूंजता है...

– विजय शर्मा ऐरी


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