Mere Ishq me Shamil Ruhaniyat he - 15 in Hindi Love Stories by kajal jha books and stories PDF | मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 15

Featured Books
Categories
Share

मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 15

---

 

🌙 एपिसोड 15 : “मेरे इश्क़ में शामिल रुहानियत – अतीत का पहला सामना”

⏳ तहख़ाने की रहस्यमयी शुरुआत

 

दरवाज़े के पार जैसे ही सबने क़दम रखा, एक ठंडी लहर उनके जिस्म से टकराई।

हवा में सीलन, दीवारों पर जाले और फर्श पर अजीब-सी नमी थी।

ऐसा लग रहा था मानो सदियों से इस जगह पर किसी ने कदम ही न रखा हो।

 

काव्या ने धीमे स्वर में कहा –

“ये सिर्फ तहख़ाना नहीं… किसी भूली हुई कहानी का गवाह है।”

 

रूहानी ने शरारती मुस्कान के साथ कहा –

“वाह! अब तो और मज़ा आएगा… suspense और romance दोनों।”

 

लेकिन अनाया का दिल बेचैन था।

उसकी नज़रें हर ओर घूम रही थीं, मानो कोई परछाई उनका पीछा कर रही हो।

 

 

---

 

🌹 अनाया और विवान – अंधेरे में रौशनी

 

चलते-चलते अनाया ठिठक गई।

उसकी साँसें तेज़ हो गईं और उसने विवान का हाथ कसकर थाम लिया।

 

“विवान… मुझे लग रहा है कोई हमें देख रहा है।” – अनाया की आवाज़ काँप रही थी।

 

विवान ने उसके चेहरे को अपने हाथों में थामकर गहराई से उसकी आँखों में देखा।

“अनाया, इस अंधेरे में सिर्फ एक रौशनी है… और वो तुम हो।

जब तक तुम मेरे साथ हो, डर की कोई औक़ात नहीं।”

 

अनाया की आँखों में नमी तैर गई।

उसने धीमे से कहा –

“तुम्हारे बिना मैं अधूरी हूँ… तुम्हारी धड़कनों में ही मेरी रुहानियत है।”

 

विवान ने उसके माथे पर किस रखा और मुस्कुराकर बोला –

“और मेरी हर साँस… सिर्फ तुम्हारा नाम लेती है।”

 

उस पल अंधेरा भी जैसे उनकी मोहब्बत के सामने झुक गया।

 

 

---

 

⚡ अतीत की पहली झलक

 

दीवारों पर टिमटिमाती लौ जैसी हल्की रौशनी फैली।

और उसी रौशनी में एक पेंटिंग उभरी।

 

आर्यन ने चौककर कहा –

“ये तो… विवान जैसा दिख रहा है!”

 

अनाया के कदम थम गए।

उस पेंटिंग में सचमुच एक युवक था – वही आँखें, वही मुस्कान… सबकुछ विवान जैसा।

लेकिन उसके बगल में खड़ी लड़की… वो हूबहू अनाया थी।

 

अनाया की साँसें थम गईं।

“ये कैसे मुमकिन है…?”

 

किताब अपने आप खुली और उसमें शब्द उभरे—

 

“रूहें जब मोहब्बत में बंध जाती हैं, तो जन्म-जन्मांतर साथ निभाती हैं।

लेकिन हर जन्म में एक इम्तिहान होता है।”

 

काव्या ने घबराकर कहा –

“मतलब तुम दोनों… पहले भी मिल चुके हो?”

 

विवान ने अनाया का हाथ थामते हुए गहरी आवाज़ में कहा –

“ये सिर्फ़ किस्मत नहीं… ये मोहब्बत का लिखा हुआ तक़दीरी सच है।”

 

 

---

 

🌌 रहस्यमयी आवाज़

 

अचानक पूरे तहख़ाने में एक गूँज उठी।

आवाज़ धीमी थी, लेकिन हर दिल को चीर रही थी।

 

“अगर तुम्हारी मोहब्बत सच्ची है… तो अतीत का सामना करने की हिम्मत दिखाओ।

वरना ये दरवाज़ा तुम्हें हमेशा के लिए अलग कर देगा।”

 

अनाया काँप उठी और विवान से लिपट गई।

“मैं तुम्हें खोना नहीं चाहती, विवान…”

 

विवान ने उसकी आँखों में देखकर कहा –

“अनाया, अगर अतीत हमें चुनौती देगा… तो हम मिलकर उसे जीतेंगे।

क्योंकि मेरा इश्क़ सिर्फ़ मोहब्बत नहीं, रुहानियत है।”

 

 

---

 

🌹 मोहब्बत की कसम

 

आर्यन, काव्या और रूहानी भी उस आवाज़ से डरे थे, लेकिन विवान और अनाया के बीच की ताक़त उन्हें हिम्मत दे रही थी।

 

अनाया ने काँपते हाथों से विवान की हथेली थामी और बोली –

“वादा करो… चाहे अतीत हो या अंधेरा, तुम हमेशा मेरा हाथ थामे रहोगे।”

 

विवान ने मुस्कुराकर उसके होंठों पर हल्का-सा किस रखा और कहा –

“कसम है, अनाया… मेरी मोहब्बत का हर कतरा तुम्हारे लिए है।

ये रुहानियत कभी हमें अलग नहीं होने देगी।”

 

उनके होंठों का वो लम्हा, उनकी आत्माओं का वादा बन गया।

 

 

---

 

⚡ हुक लाइन (Suspense Ending)

 

जैसे ही दोनों ने ये कसम खाई, तहख़ाने की दीवार अचानक हिलने लगी।

पेंटिंग में दिखे चेहरे धीरे-धीरे ज़िंदा से लगने लगे।

 

और उसी पल, हवा में गूँजी वो रहस्यमयी पंक्ति—

 

“अतीत लौट आया है…

अब देखना है कि मोहब्बत की रुहानियत जीतती है…

या अंधेरे की कैद।”

 

अनाया ने विवान की बाँह कसकर पकड़ ली।

उसकी आँखों में डर भी था और मोहब्बत का जुनून भी।

 

👉 अगला एपिसोड जल्द ही…

“मेरे इश्क़ में शामिल रुहानियत – अंधेरे की पहली चुनौती”

 

 

---