People on social media start recognize the beauty of Nature and sun sets ओर....
मैंने ऑफ़िस से निकलते समय गुनगुना सा जामुनी , रैल कि खिड़की से रंग बदलता केसरिया, डूबने पे रास्तो पे दमकता सुनेहरा, बादलो से खेलता नीला, सुरज के इत्ज़ार मे पिला,तुफ़ान का अंदेशा देता लाल, बारिश आने से शर्मीला गुलाबी ओर साफ़-बेदाग नारंगी... हर रंग देखे है, हर ढंग जाने है जश्न का जुनुन देखा है, रात का सुकुन देखा है क्योंकि ये सिर्फ़ आसमान नहीं मेरा ध्यान (मेडिटेशन) है मेरा तौर ए ज़िंदगी है!