#रोशनी
जगमगाती रोशनियों के बीच भी अंधेरा महसूस करता हूँ..
भरी महफ़िलो में भी खुदको तनहा महसूस करता हूँ.
लाती हो लबों पे झूठी मुस्कान मेरे लिए..
तेरे अनकहे उन लफ्ज़ो को महसूस करता हूँ
तू छा गयी है मुझ में कुछ युंह.. कामिनी
तेरी झील सी इन आँखों से टपकता हुआ दर्द महसूस करता हूँ