लोग क्या कहेंगे ?
पहले दिन हँसेंगे ,
दूसरे दिन मज़ाक़ उड़ायेंगे ,
तीसरे दिन भूल जायेंगे ।
इसलिए लोगों की क्या परवाह करनी,
आप और हम करेंगे वह जो उचित है ।
जो हम और आप चाहते हैं ,
जिसमें हम और आप ख़ुश हैं।
याद रखना है ज़िंदगी हमारी है ,
लोगों की नहीं…
आशा सारस्वत