जीवन संघर्ष


प्रतिभा, प्रतीक्षा, अपेक्षा और उपेक्षा में
छुपा है जीवन का रहस्य।
सीमित है हमारी प्रतिभा,
पर अपेक्षाएँ है असीमित।
यदि हम अपनी प्रतिभा केा जानें
फिर वैसी ही करें अपेक्षा
तो बचे रहेंगे उपेक्षा से।
प्रतिभावान व्यक्ति
सफलता की करता है प्रतीक्षा
वह पलायन नही करता
वह करता है संघर्ष
एक दिन वह हेाता है विजयी
उसे मिलता है सम्मान
दुनिया चलती है उसके पीछे
और लेती है उससे
सफलता और विकास का ज्ञान।
यही है जीवन का चरमोत्कर्ष।
कल कोई और प्रतिभावान
करेगा संघर्ष
और पहुँचेगा उससे भी आगे।
यही है प्रगति की वास्तविकता
कल भी थी
आज भी है
और कल भी रहेगी।

Hindi Poem by Rajesh Maheshwari : 111770436

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