तुझे पटाने में मुझे बहुत मेहनत लगी है

तुम पट तो गई

मगर सारे मोहल्ले में आग सी लग गई

सब लोग सोचने लगे की ???

ऐ कलुआ को कहां से अप्सरा मिल गई है ।। 😛😃

नरेन्द्र परमार " तन्हा "

Gujarati Shayri by Narendra Parmar : 111878673

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now