हमें पता है तुम कहीं और मुकम्मल हो,
हमारी किस्मत में बस यही एक शिकवा है।
तुम्हारी राह में कांटे बिछाए नहीं हमने,
बस अपनी ही राहों में फूल बोए हैं।
तेरी आँखों में अब वो नूर नहीं,
शायद तेरी दुनिया में कोई और है।
तेरी खामोशी में एक अजीब सा दर्द है,
लगता है तेरी जुबां पर कोई और नाम है।
हमारा प्यार तो एक फकीर की दुआ है,
तू तो एक शहजादे हों , किसी और की दुनिया के।