माँ से प्रार्थना
हे जगदम्बे,
लोग चाहे कितनी भी बद्दुआ दें,
मेरी राहों में काँटे बोएँ,
मेरी मौत को बुरा कहें –
तू बस इतना कर देना माँ,
जब भी मेरा अंत आये
मैं हँसते हुए अपने प्राण त्यागूँ,
तेरा नाम लेते हुए
तेरे चरणों में समा जाऊँ।
हे माँ शक्ति,
सारी पीड़ा, सारी कठिनाइयाँ
तेरे आगे अर्पित हैं।
मेरा जीवन और मरण
दोनों ही तेरी गोद में हों।